राजनांदगांव। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह राजनांदगांव विकासखंड के आंगनबाड़ी केन्द्र ग्राम सुरगी में जिला पंचायत की अभिनव पहल के तहत संचालित पोट्ठ लईका कार्यक्रम अंतर्गत पालक चौपाल में शामिल हुई। सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह का आंगनबाड़ी केन्द्र की बालिका उर्मी द्वारा प्रसन्नता से स्वागत किया गया। उन्होंने पालक चौपाल में उपस्थित गर्भवती एवं शिशुवती माताओं से चर्चा करते हुए बच्चों एवं उनके स्वास्थ्य के संबंधी जानकारी ली। सीईओ जिला पंचायत ने बच्चों में कुपोषण से होने वाले दुष्परिणामों से संबंध में जानकारी दी और इससे बचने के उपायों के बारे में बताया। उन्होंने गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को पौष्टिक आहार को खाने एवं बच्चों को भी पौष्टिक आहार खिलाने कहा। शिशुवती माताओं से बच्चों की दिनचर्या के संबंध में जानकारी लेते हुए बच्चों को जंक फूड, पैकेट फूड से बचाने तथा बच्चों में अच्छी आदतों का विकसित करने कहा। उन्होंने कहा कि बच्चों के सही देखभाल से उनका भविष्य संवरता है। कुपोषण न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी बच्चों के विकास को अवरुद्ध करता है।
पालक चौपाल में पालकों को बच्चों के उत्तम स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी दी गई। ग्राम सुरगी में पोट्ठ लईका पहल अंतर्गत चयनित 53 बच्चों में से 16 बच्चे कुपोषण की श्रेणी से बाहर आ गए है। शेष बच्चों के वजन में वृद्धि हुई है। केंद्र में बालिका उर्मी पहले अति गंभीर कुपोषण की श्रेणी में थी, लगातार उसकी उपचार, देखभाल, गृहभेंट परामर्श से कुपोषण से बाहर आ गई है और प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्र आ रही है। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने स्वस्थ सुपोषित (पोठ लइका) बच्चों की माताओं को सम्मानित किया। गोदभराई कर गर्भवती माताओं को स्वस्थ शिशु के लिए शुभकामनाएं दी। साथ ही अन्य माताओं को भी सुपोषण अभियान से जोड़ने हेतु प्रेरित किया। सीईओ जिला पंचायत ने आंगनबाड़ी केंद्र में निर्मित पोषण वाटिका की सराहना की। इस अवसर पर कार्यपालन अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरप्रीत कौर, सरपंच आनंद साहू, सचिव, परियोजना अधिकारी श्रीमती शिल्पा तिवारी, सेक्टर पर्यवेक्षक श्रीमती दुर्गा जादौन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मितानिन एवं स्वास्थ्य विभाग से कर्मचारी व अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।