राजनांदगांव। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एसएस टूटेजा की अध्यक्षता में कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव, बेमेतरा एवं कवर्धा के संयुक्त तत्वावधान में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा आयोजित की गई। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव की प्रमुख डॉ. गुंजन झा उपस्थित रही। निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एसएस टूटेजा ने कृषि विज्ञान केन्द्रों की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक के महत्व एवं उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। बैठक में धान की फसल कटाई के बाद फसल अवशेष के उचित प्रबंधन हेतु प्रत्येक जिले में बेलर मशीन की उपलब्धता हेतु शासन स्तर से प्रयास किये जाने की बात कही गई। चना फसल में पोस्ट ईमरजेंस खरपतवार नाशी टोप्रामेजेन की उचित मात्रा के साथ उपयोग पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती के अंतर्गत उत्पादित उत्पाद की उचित मार्केटिंग की शासन स्तर पर कार्ययोजना बनाने हेतु सुझाव दिया गया। साथ ही सभी केन्द्रों, विभागों एवं प्रगतिशील कृषकों द्वारा अपने सुझाव प्रस्तुत किये गये। बैठक में उपस्थित समिति के सदस्यों को अपने सुझाव व अनुभव को साझा करने के लिए प्रेरित किया।
राजनांदगांव, बेमेतरा एवं कबीरधाम के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव की प्रमुख डॉ. गुंजन झा, डॉ. बीपी त्रिपाठी एवं तोषण ठाकुर द्वारा जिले की कृषि पद्धति एवं कृषि विज्ञान केन्द्र की वार्षिक प्रगति 2023-24 एवं कार्य योजना 2024-25 की प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस अवसर पर जिला राजनांदगांव, बेमेतरा एवं कवर्धा के वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य अधिष्ठाता संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र कवर्धा डॉ. शिशिर प्रकाश शर्मा, अधिष्ठाता मत्यकीय महाविद्यालय कवर्धा, डॉ. बी नाईटंगेल, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख केवीके कवर्धा डॉ बी.पी. त्रिपाठी, उप संचालक कृषि जिला कवर्धा अमित मोहंती, सहायक संचालक मछली पालन डीएस सिरदार, वीएएस पशुपालन विभाग डॉ. मोनिका डहिरे एवं अन्य अधिकारी व कृषक सदस्य उपस्थित रहे। वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में केवीके राजनांदगांव से श्रीमती अंजली घृतलहरे, डॉ. अतुल डांगे, डॉ. योगेन्द्र श्रीवास व बेमेतरा, कवर्धा के तकनीकी अधिकारी डॉ. जितेन्द्र, जोशी, डॉ. तृप्ति ठाकुर, डॉ. लव कुमार, डॉ. अखिलेश कुमार, रमेश कुमार धु्रव के साथ जिला बेमेतेरा, राजनांदगांव एवं कवर्धा के कुल 20 कृषक सम्मिलित हुए।