राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में मक्का क्षेत्र विस्तार के लिए कृषि, सहकारिता, उद्योग एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, बीज निगम के अधिकारियों तथा बीज कंपनी के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि जिले में लगभग 1800 हेक्टेयर में मक्के की फसल लेने में किसानों ने रूचि दिखाई है। धान के बदले कम पानी वाली फसल तथा फसल चक्र को बढ़ावा देने के लिए मक्का की फसल का क्षेत्र विस्तार करने की जरूरत है। मक्के की ज्यादा उत्पादन देने वाली वेरायटी का चयन एवं मक्के की मार्केटिंग पर ध्यान देना है। किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में यह प्रयास कारगर साबित होगा। मक्के की प्रोसेसिंग से बहुत सी अन्य सामग्री बनती हैं और इसका औद्योगिक महत्व है। धान के बदले मक्के की फसल लेने से काफी फायदा है। कलेक्टर ने कहा कि जिले में मक्के की फसल लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें। ऐसे क्षेत्र जहां किसान मक्का लगाने में रूचि ले रहे हैं। उन्हें नवीनतम वैज्ञानिक तरीकों के संबंध में जानकारी दें। ऐसे किसान जो सक्रिय है उनका चिन्हांकन करें। मक्का क्षेत्र विस्तार के लिए मिशन मोड में कार्य करने की जरूरत है। मक्के बीज में फसल लगाने के लिए बीज में रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होनी चाहिए एवं गुणवत्तापूर्ण बीज होना चाहिए, ताकि कीटनाशक का प्रयोग करने की आवश्यकता अधिक नहीं हो। उन्होंने जिले के किसानों को मक्के के बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। किसानों को प्रेरित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में फसल संगोष्ठी का आयोजन लगातार किया जा रहा है, जिसके अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। उन्होंने किसानों को कृषि के नवीनतम वैज्ञानिक तरीकों के संबंध में जानकारी देने तथा विशेषज्ञों का परामर्श देने को कहा। उन्होंने कहा कि किसानों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिलनी चाहिए। कलेक्टर ने इस दौरान मक्के की वैरायटी 9081 मैंन्सेंटो, 9165 मैंन्सेंटो, 900 एम मैंन्सेंटो, 838 सीपी मैंन्सेंटो, 333 सीपी मैंन्सेंटो के संबंध में जानकारी ली।
उप संचालक कृषि नागेश्वर लाल पाण्डेय ने बताया कि जिले में मक्के की फसल को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी किसानों को मक्के की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे है। गर्मी के दिनों में किसानों को फसल नहीं लगाने के लिए सलाह दी जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में धान के बदले अन्य लाभकारी फसल के संबंध में किसानों को बताया जा रहा है। इस अवसर पर महाप्रबंधक जिला एवं व्यापार उद्योग केन्द्र एस वर्गीस, उप आयुक्त सहकारिता श्रीमती शिल्पा अग्रवाल, सीईओ जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक श्रीकान्त चन्द्राकर, एबीस कंपनी के अकरम खान, राजाराम मेज प्रोडक्ट के संचालक सूर्यकांत गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।