मिनीमाता ने सामाजिक कुरीतियों और बुराई के खिलाफ किया आजीवन संघर्ष : डॉ. रमन सिंह

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राजनांदगांव। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह गुरूघासीदास सांस्कृतिक भवन राजनांदगांव में आयोजित ममतामयी मिनीमाता निर्वाण दिवस, जनप्रतिनिधि एवं मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह में शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने जिला सतनामी सेवा समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने जिला सतनामी सेवा समिति की मांग पर 10 लाख रूपए तक के विकास कार्यों के लिए घोषणा की। उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मिनीमाता ने वर्ष 1952 में पहली महिला सांसद मध्यप्रदेश से होने का गौरव प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि मिनीमाता ने देश की महिलाओं के स्वतंत्रता, शिक्षा, प्रगति के लिए कार्य किया। मिनीमाता ने सामाजिक कुरीतियों और बुराई के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया। मिनीमाता ने अस्पृश्यता निवारण कानून बनाने के लिए लोकसभा में प्रखर तर्कों के साथ अपनी बातें रखी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि बाबा गुरूघासी दास के संदेश मनखे-मनखे एक समान को मिनीमाता ने दुनिया में प्रचारित किया। सभी समाज को साथ लेकर नारी शक्ति को आगे बढ़ाने का कार्य किया। आज देश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की प्रेरणा का स्त्रोत देखते हैं। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मिनीमाता जैसे बेटियां आगे बढ़कर समाज के लिए प्रेरणा बने और उनके जीवन में खुशहाली आए। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के माध्यम से अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामों के विकास के लिए राशि को बढ़ाकर 75 करोड़ रूपए रखी गई है। महिला पॉलिटेक्नीक कॉलेज का नाम ममतामयी मिनीमाता के नाम से है। इसके साथ ही महिला पॉलिटेक्नीक कॉलेज परिसर में प्रतिमा स्थापित करने की बात कही। इस अवसर पर डोंगरगढ़ विधायक श्रीमती हर्षिता बघेल एवं पूर्व विधायक रामजी भारती ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर महापौर मधुसूदन यादव, कोमल सिंह राजपूत, धनेश पाटिला, अपर कलेक्टर सीएल मारण्कडेय, अध्यक्ष जिला सतनामी सेवा समिति युवराजदास ढीरहेर, उपाध्यक्ष कमलेश्वर सांडे सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सतनाम समाज के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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