डोंगरगढ़। एक्सिस बैंक डोंगरगढ़ शाखा में काम करते हुए ग्राहकों के खातों से करीब 2.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले बैंक कर्मचारी उमेश गोरले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पत्नी उषा गोरले भी इस फर्जीवाड़े में शामिल पाई गई है। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस मामले में अब तक 43 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी उमेश गोरले (पूर्व कर्मचारी संख्या 429452) ने नवंबर 2022 से अप्रैल 2025 के बीच एक्सिस बैंक डोंगरगढ़ के छह ग्राहकों के नाम से फर्जी ऋण स्वीकृत कर, उनके खातों से अनुचित तरीके से रकम आहरित की। आरोपी ने खाताधारकों के आईडी-पासवर्ड लेकर नेट बैंकिंग के जरिए रकम निकाली। साथ ही, एफडी अकाउंट्स से ओवरड्राफ्ट भी निकाला। यह रकम मन्नापुरम गोल्ड लोन अकाउंट में ट्रांसफर कर अपने और पत्नी उषा गोरले के एसबीआई व एक्सिस बैंक खातों में भेज दी जाती थी।
बैंक शाखा प्रबंधक रिंकू कुमार ने 26 जुलाई को आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने धोखाधड़ी में उपयोग किए गए एक हुंडई क्रेटा कार, बांड पेपर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड को जब्त कर लिया है। आरोपी की मां तारादेवी गोरले की भूमिका की भी जांच की जा रही है, जिनके बैंक खाते उमेश गोरले के मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी से लिंक मिले हैं।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी की पत्नी उषा गोरले भी इस पूरे फर्जीवाड़े में सक्रिय भूमिका निभा रही थी। उषा के खाते में ट्रांसफर की गई रकम की जानकारी भी उसे होती थी।
इस मामले में अब तक आरोपी उमेश गोरले के खिलाफ 43 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। पुलिस का कहना है कि ठगी की रकम करीब 2.5 करोड़ रुपये है, जो आगे जांच में और बढ़ सकती है।
इस बड़ी कार्रवाई में थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार शाह, उप निरीक्षक भुषण चन्द्राकर, नरेश बंजारे, प्रआर अखिल अम्बादे, आरक्षक लीलाधर मंडलोई, चितेश गात्रे और अजय पाटले की अहम भूमिका रही।
राजनांदगांव जिले में किसी निजी बैंक के कर्मचारी द्वारा की गई यह अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी मानी जा रही है। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित ग्राहकों की राशि की रिकवरी के प्रयास किए जा रहे हैं।
