सुशासन के सही मायने शासन की योजनाओं को आसान तरीके से जनसामान्य तक पहुंचाना : अशोक अग्रवाल

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राजनांदगांव। सुशासन सप्ताह 2024 के अंतर्गत प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के तहत आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारतीय रेडक्रास सोसायटी छत्तीसगढ़ राज्य रायपुर के चेयरमेन तथा सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अशोक अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में कार्यशाला में शामिल हुए। कार्यक्रम में डिस्ट्रीकक्100 के अंतर्गत सभी विभागों के वर्ष 2047 तक के विभागीय विजन पर चर्चा की गई। अशोक अग्रवाल ने कहा कि सुशासन के सही मायने शासन की योजनाओं को आसान तरीके से जनसामान्य तक पहंुचाना है, ताकि सभी पात्र नागरिक शासन की योजनाओं से लाभान्वित हो सकें। राजनांदगांव जिले में कलेक्टर संजय अग्रवाल के नेतृत्व में बेहतर तरीके से कार्य किया जा रहा है। राजनांदगांव जिले ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वे तत्कालीन कलेक्टर थे, तब शौचालय के निर्माण की शुरूआत की गई थी और इसके लिए लगातार जनसामान्य को जागरूक किया जा रहा था। जिला प्रशासन के जागरूकता अभियान से प्रेरित होकर लोगों ने स्वयं की राशि से शौचालय का निर्माण करवाया। आदिवासी क्षेत्रों में विशेषकर मोहला, अम्बागढ़ चौकी एवं छुरिया विकासखंड में खुले में शौचमुक्त ग्राम बने। बाद में सरकार की ओर से वित्तीय व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि जनसमस्या निवारण शिविर में मुख्यतः किसानों को नामांकन, सीमांकन, फौती नामांतरण जैसी छोटी-छोटी समस्याएं होती हैं, इसके लिए कार्यालय का ज्यादा चक्कर लगाना कष्टदायक हो जाता है। ऐसी समस्याओं का त्वरित समाधान करें।
भारतीय रेडक्रास सोसायटी छत्तीसगढ़ राज्य रायपुर के चेयरमेन अशोक अग्रवाल ने कहा कि शासन की महतारी वंदन योजना बहुत अच्छी योजना है, जिससे महिलाओं के खाते में 1000 रूपए की राशि प्रदान की जा रही है। शासन द्वारा इस योजना का अच्छा क्रियान्वयन किया जा रहा है। पात्र हितग्राहियों को अधिक से अधिक इसका लाभ मिल सके, यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। उन्होंने सुशासन के संबंध में दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे कार्य जो आसानी से हो सकते हंै, उसके संबंध में नागरिकों की समस्या का त्वरित समाधान करें और जो नहीं हो सकते हैं, उसके लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करें। सभी अधिकारी सकारात्मक सोच के साथ कार्य करें। जागरूक रहते हुए समय पर सभी घटनाओं एवं कानून व्यवस्था के संबंध में सजग रहकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि जिले में कुपोषण को दूर करने तथा बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए पोट्ठ लईका पहल के तहत लोगों का व्यवहार परिवर्तन करते हुए अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने जिले में चलाए जा रहे मिशन जल रक्षा अभियान, त्रिनेत्र योजना, स्मार्ट टीवी, संपर्क डिवाईस, युवोदय एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से जिले में किए जा रहे अच्छे कार्य की प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने पोट्ठ लईका पहल के हितग्राहियों से बातचीत की। बातचीत के दौरान माताओं ने बताया कि पोट्ठ लईका पहल के तहत पोषण परामर्श मिलने से बच्चों के स्वास्थ में सुधार आया और वे सुपोषण की श्रेणी में आ गए है। पहले बच्चे का वजन 6 किलोग्राम था, जो 9 माह में बढ़कर 9-8 किलोग्राम हो गया है।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि अधिकारियों को संवेदनशीलतापूर्वक नागरिकों के हित में कार्य करना चाहिए। शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर होना चाहिए। जनसामान्य के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में उनकी समस्याओं का समाधान करना महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत, विकासखंड स्तर तथा जिला स्तर पर जनसमस्या निवारण शिविर लगाए जा रहे हैं। जिससे समाधान भी बेहतर तरीके से हो पाता है। यह अच्छी बात है कि यहां जिला स्तरीय अधिकारी सक्रियतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन समाजिक, कनवर्जेन्स, विभागों से समन्वय करते हुए बहुत से कार्य किए जा रहे है। जनसहयोग से व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।
कार्यशाला में जिले में चलाए जा रहे विभिन्न अभियान के संबंध में परिचर्चा की गई। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने त्रिनेत्र योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले के ट्रैफिक लाईट का सर्वे कराया गया। जनसहभागिता से यह कार्य प्रारंभ हुआ और जिले में विभिन्न स्थानों पर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं। इसके लिए नागरिक सक्रिय होकर कार्य कर रहे हंै। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव जिले से प्रेरित होकर दुर्ग एवं सूरत जिले एवं अन्य राज्यों में भी मॉडल के तौर पर अपनाया जा रहा है। राजनांदगांव शहर की सुरक्षा व्यवस्था हेतु शहर में 385 नये सीसीटीव्ही कैमरा लगाये गये हैं। शहर में लगे 385 नग नये कैमरे एवं पुराने 152 कैमरे को अपडेट किया गया है। शहर में अत्याधुनिक एएनपीआर कैमरा 25 नग, व्हेरीफोकल कैमरा 300 नग, पीटीजेड कैमरा 10 नग एवं 80 मीटर फोकस कैमरा 50 नग लगाया गया है। पुलिस सीसीटीव्ही कन्ट्रोल रूम में नवीन सर्वर रूम स्थापित किया गया है। मार्डन इन्टीग्रेटेड कंट्रोल रूम से सीसीटीवी की निगरानी की जा रही है। राजनांदगांव शहर में 7 मुख्य चौक में नया ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया है। सीसीटीव्ही कन्ट्रोल रूम में स्थापित नवीन सर्वर में 1000 कैमरा जोड़ने की क्षमता है। (एनपीआर) नम्बर प्लेट रीडर कैमरा से भविष्य में ट्रैफिक ई-चालान की कार्रवाई की जाएगी। सभी सीसीटीवी चौक पीए सिस्टम से लैस है।
जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने मिशन जल रक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के कैच द रेन अभियान के तहत जल संरक्षण के लिए मिशन जल रक्षा अभियान चलाया जा रहा है। जिले में मनरेगा अंतर्गत बड़ी संख्या में वाटर स्ट्रक्चर, तालाब, डबरी, मिनी परकोलेशन टैंक, चेक डेम एवं अन्य वाटर रिचार्ज के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने जल सुरक्षा एवं फसल संगोष्ठी, पौधरोपण, परकोलेशन टैंक में इंजेक्शन वेल का निर्माण, बोर वेल रिचार्ज साफ्ट स्ट्रक्चर के निर्माण के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरूप्रीत कौर ने पोट्ठ लईका पहल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने स्वस्थ्य नोनी, उप संचालक कृषि नागेश्वर लाल पाण्डेय ने जिले में फसल विविधीकरण, लघु धान्य फसलों को बढ़ावा देने, मार्केटिंग, वैल्यूएडिशन, प्रोसेसिंग, सुगंधित चावल का क्षेत्र बढ़ाने, लघु धान्य फसल, मक्का, मुंगफली, सुरजमुखी व तिलहन का रकबा बढ़ाने, मिशन जल रक्षा के संबंध में जानकारी दी। जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल ने स्मार्ट टीवी एवं संपर्क डिवाइस के माध्यम से दी जा रही रूचिकर शिक्षा के संबंध में जानकारी दी। सहायक संचालक मत्स्य सुदेश कुमार साहू ने बताया कि बंद पड़ी खदानों में केज कल्चर के माध्यम से मछली पालन के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम राजनांदगांव खेमलाल वर्मा, संयुक्त कलेक्टर शीतल बसंल एवं सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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