राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिले में किशोरी बालिकाओं के लिए स्वस्थ नोनी कार्यक्रम की शुरूआत की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न ने बताया कि स्वस्थ नोनी कार्यक्रम के तहत सभी शासकीय उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य शिक्षा दी जायेगी एवं उनका हीमोग्लोबिन जांच किया जाएगा। कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण विषयों को समाहित किया गया है, जिनमें तनाव प्रबंधन, स्वच्छता, हाथ धोने की सही विधि, किशोरी बालिकाओं में होने वाले शारीरिक बदलाव, एचआईवी, भावनात्मक स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर स्वास्थ्य, शिक्षा और परामर्श दिया जाएगा। साथ ही शासकीय हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों में किशोरी बालिकाओं की हिमोग्लोबिन जांच और उपचार भी किया जाएगा। स्वस्थ नोनी कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और मितानिन की टीम को दायित्व सौंपा गया है। टीम को बेहतर समन्वय से काम करने के दिशा-निर्देश दिए गए हंै। चिकित्सक एवं पैरामेडिकल टीम द्वारा स्कूलों में किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे और रक्ताल्पता (एनीमिया) से होने वाली हानियों के बारे में बताएंगे। साथ ही स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक आहार के सेवन और तनाव प्रबंधन के उपायों की जानकारी दी जाएगी। तनाव प्रबंधन के लिए बालिकाओं को विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वस्थ नोनी कार्यक्रम की शुरूआत दिसंबर माह के पहले सप्ताह से की जा रही है। कार्यक्रम के तहत चिकित्सकीय टीम के ड्यूटी रोस्टर को तैयार किया गया है और प्रतिदिन किए जा रहे कार्यों का प्रतिवेदन गूगल फॉर्म के माध्यम से लिया जाएगा। कार्यक्रम की निरंतर मॉनिटरिंग की जाएगी। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. संदीप ताम्रकार ने बताया कि समय रहते एनीमिया की जांच और उपचार आवश्यक है। किशोरी बालिकाओं में एनीमिया की जांच, उपचार और स्वास्थ्य शिक्षा प्रदाय किये जाने से उनमें रक्ताल्पता में कमी और बौद्धिक एवं शारीरिक विकास में वृद्धि होगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अन्तर-विभागीय समन्वय से कार्य करने कहा गया है।