राजनांदगांव। प्रदेशभर में 5 अगस्त को आयोजित होने वाले दीक्षा आरंभ संस्कार को लेकर कॉलेजों में व्यवस्था को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के लिए परिजन और विद्यार्थियों को कॉलेज आना है, लेकिन कॉलेज प्रशासन द्वारा अभी तक आई कार्ड जारी नहीं किए गए हैं, जिससे विद्यार्थियों और उनके परिजनों में चिंता और असमंजस बढ़ गया है।
आई कार्ड की कमी से परेशानी
प्रशासन ने निर्देश जारी किया है की गौरव पथ स्थित स्कूल अथवा कॉलेज में आई कार्ड के जरिये एंट्री दी जाएगी अब दीक्षा आरंभ संस्कार के लिए आई कार्ड का होना अनिवार्य है, लेकिन अभी तक कॉलेजों द्वारा आई कार्ड जारी नहीं किए गए हैं। इस वजह से विद्यार्थी और उनके परिजन कॉलेज परिसर में प्रवेश को लेकर असमंजस में हैं। आई कार्ड न होने की स्थिति में वे कॉलेज में प्रवेश नहीं कर सकेंगे, जिससे पूरे कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
जिलाधीश के नाम ज्ञापन सौंपा
इस समस्या को लेकर पार्षद ऋषि ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में जिलाधीश से अनुरोध किया गया है कि कॉलेजों में दीक्षा आरंभ संस्कार के आयोजन के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और विद्यार्थियों को आई कार्ड जल्द से जल्द जारी किए जाएं। पार्षद ऋषि ने कहा, “यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे बिना किसी बाधा के सम्पन्न करने के लिए प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रशासन की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि जिलाधीश इस समस्या का समाधान निकालने के लिए त्वरित कदम उठाएंगे ताकि विद्यार्थियों और उनके परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
निष्कर्ष
शिवमहापुराण और दीक्षा आरंभ संस्कार जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम के आयोजन में व्यवस्था का सही होना अत्यंत आवश्यक है। आई कार्ड जैसी महत्वपूर्ण चीज़ों का समय पर वितरण नहीं होने और अचानक शिवमहापुराण कार्यक्रम की गाइडलाइन आने से विद्यार्थियों और परिजनों को होने वाली परेशानी को देखते हुए प्रशासन को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द से जल्द इसका समाधान निकालना चाहिए। उम्मीद है कि पार्षद ऋषि द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर प्रशासन त्वरित कार्रवाई करेगा और कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करेगा।