राजनांदगांव। सागर पारा ढीमर पारा क्षेत्र में गंदे पानी आने एवं दुर्मा चौक क्षेत्र में कम पानी आने की शिकायत प्राप्त होने पर आज सुबह महापौर मधुसूदन यादव निगम अध्यक्ष टोपेन्द्र çंसह पारस वर्मा व जल विभाग के प्रभारी सदस्य सुनील साहू के साथ पानी सप्लाई के समय उक्त क्षेत्रों में पहुंच जल विभाग के उप अभियंता अनुप पाण्डे को गंदे पानी व कम पानी आने वाले क्षेत्र के पाईप लाईन की जॉच कर अति शीघ्र निरारकरण करने कहा।
महापौर मधुसूदन यादव सागर पारा ढीमर पारा क्षेत्र में पैदल भ्रमण कर क्षेत्रवासियों से मुलाकात कर गंदे पानी आने वाला क्षेत्र देख उप अभियंता से कहा कि जहां-जहां गंदा पानी आ रहा है, उक्त क्षेत्र के पाईप लाईन की अति शीघ्र जांच करें और लिकेज मिलने पर मरम्मत करें। उन्होंने कहा कि वालमेन को निर्देशित करें कि वाल्व खोलने के पश्चात अपने-अपने क्षेत्र में जाकर पानी सप्लाई देखे तथा जहॉ इस प्रकार की शिकायत हो वहां की रिपोर्ट तत्काल संबंधित अधिकारी को दे, जिससे इसका त्वरित निराकरण हो सके।
इसी प्रकार दुर्गा चौक क्षेत्र में कम पानी आने की शिकायत पर पार्षद सुश्री मणीभास्कर गुप्ता के साथ दुर्गा चौक, कालेज रोड, सोनार पारा क्षेत्र में महापौर श्री यादव पैदल घुम लोगों से रूबरू हो जानकारी लिये। लोगों ने कहा कि हमारे तरफ एकदम कम पानी आता है, जिससे हमे बहुत परेशानी होती है, इसका जल्द निराकरण करें। महापौर ने संबंधित अधिकारी से कहा कि उक्त क्षेत्र के मेन सप्लाई लाईन तथा वाल्व को चेक करें और यथा संभव इसका निराकरण करें।
महापौर श्री यादव मोहारा जल सयंत्रगृह पहुंच नदी में पानी की स्थिति, पंप तथा अन्य सामग्री की जानकारी लिये। उन्होंने 27 एमएलडी प्लांट में क्लीयर वॉटर के लिये लगने वाले पम्प की प्रक्रिया देख जानकारी लिये। संबंधित अधिकारी ने बताया कि पंप बैठाने फाउडेशन तैयार किया जा रहा है, तैयार होने के पश्चात पंप फिट किया जायेगा। महापौर ने कहा कि उक्त कार्य जल्द पूर्ण करें, जिससे क्षमता बढ़ेगी तथा टंकी जल्द भरेगी। उन्होंने अन्य आवश्यक समाग्री जैसे एलम, ब्लीचिंग आदि का पर्याप्त भंडारण रखने कहा।
महापौर ने मोहड स्थित सिवरेज टीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर प्लांट के विभिन्न सिवरेज सिस्टम देख जानकारी लिये, संबंधित अधिकारी ने जानकारी दी कि शहर का गंदा पानी जो शिवनाथ नदी मे मिलता था, उसे रोकने टीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया है। महापौर ने कहा कि यहा से निकलने वाले शुद्ध पानी को सिंचाई एवं उ¸द्यानों व पेड़-पौधों के लिये उपयोग करें। निरीक्षण के दौरान जल विभाग का अमला उपस्थित था।
