श्रीरामलला दर्शन योजना से लोगों का सपना हो रहा साकार, यात्रा से लौटे श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार

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रायपुर। राज्य शासन की श्रीरामलला दर्शन योजना से प्रदेश के हजारों लोगों का सपना पूरा हो रहा है। इस योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेशवासियों को निःशुल्क अयोध्या धाम की यात्रा करवा रही है। विशेष ट्रेनों से श्रद्धालुओं को अयोध्या ले जाकर श्रीरामलला और काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराया जा रहा है। दोनों जगहों की यात्रा से लौटे प्रदेशभर के श्रद्धालु इसके लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और राज्य शासन के प्रति आभार जता रहे हैं। यात्रा के अपने सुखद अनुभवों को साझा करते हुए वे कहते हैं कि रामलला के दर्शन सौभाग्य की बात है। हमें वहां भेजकर मुख्यमंत्री ने अपना वादा निभाया है। श्रीरामलला के दर्शन और यात्रा के दौरान अच्छी व्यवस्थाओं के लिए हम उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।
विशेष ट्रेन से अयोध्या से दर्शन कर लौटे बिलासपुर शहर के कोनी निवासी श्री संतोष कोरी ने कहा कि सरकार की इस योजना से हम जैसे गरीबों को भी श्रीरामलला के दर्शन का सुअवसर मिल रहा है। अयोध्या धाम का दर्शन सौभाग्य की बात है। उन्होंने बताया कि यात्रा में सभी की सुविधा का ख्याल रखा गया, किसी भी तरह की समस्या नहीं हुई। सभी यात्रियों की सुविधाओं के लिए सरकार ने बेहतर इंतजाम किए थे। उनकी पत्नी श्रीमती गायत्री कोरी ने बताया कि यात्रा के दौरान उनकी तबीयत खराब होने पर डॉक्टरों ने उन्हें अपनी निगरानी में लिया और विशेष देखभाल की, जिससे उसके स्वास्थ्य में सुधार हुआ। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के खाने-पीने की समुचित व्यवस्था की गई थी। सरकंडा की श्रीमती उर्मिला अग्रवाल ने भी सुखद यात्रा और श्रीरामलला के दर्शन कराने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार जताया।
श्रीरामलला दर्शन योजना के अंतर्गत बिलासपुर संभाग से अब तक छह विशेष ट्रेनें श्रद्धालुओं को लेकर अयोध्या रवाना हुई हैं। बिलासपुर जिले के 1200 से अधिक लोगों को श्रीरामलला के दर्शन का मौका मिला है। योजना के तहत यात्रा कर लौटे निवासी श्री अभिमन्यु पाण्डेय और उनकी पत्नी श्रीमती अनुराधा पाण्डेय ने अपनी अयोध्या यात्रा के सुखद अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई। सारी व्यवस्था बहुत अच्छी रही। मौका मिलने पर वह दोबारा जाना चाहती हैं। खान-पान से लेकर स्वास्थ्य सुविधा और यात्रा के दौरान भक्तों की सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया गया था। श्रीमती अनुराधा पाण्डेय ने बताया कि इस यात्रा का अनुभव उसके लिए अविस्मरणीय है।

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