राजनांदगांव। प्रार्थी दिनेश साहू, साकिन रामनगर द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 28.04.2024 के रात्रि करीबन 21ः00 शंकरपुर में छोटू राधे उर्फ अविनाश और अन्य के द्वारा मेरे भाई महेश छोटू को लड़ाई-झगड़ा कर हाथ-मुक्का और डंडा से मारपीट कर किसी धारदार वस्तु से वार करने से सिर व गले में चोट लगने के कारण मृत्यु हो गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामला गंभीर प्रवृत्ति का होने से जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। तत्काल ही पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक के मार्गदर्शन में टीम गठित कर आरोपियों की पतासाजी हेतु निर्देशित किया गया था। मामले में मृतक व आरोपी सभी मिलकर चिकन, शराब, खाना-पीना पार्टी कर रहे थे। पार्टी दौरान गर्लफ्रेंड के सामने गाली देकर सिगरेट मांगने की बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसमे मृतक छोटू महेश के गले में टंगिया मारकर हत्या कर दिये थे। मामले में विवेचना दौरान पतासाजी कर मुख्य आरोपी छोटू राधे, शेलेन्द्र सोनी उर्फ बादी को गिरफ्तार किया गया था तथा घटना में शामिल सह आरोपी अविकल उर्फ गोलू गजभिये घटना के बाद से फरार हो गया था, जिसकी लगातार पतासाजी किया जा रहा था। सायबर तकनीकी सहयोग से मुखबीर लगाया गया था। आज आरोपी को शंकरपुर क्षेत्र में देखे जाने की मुखबिर सूचना पर तत्काल स्टाफ के शंकरपुर क्षेत्र में जाकर घेराबंदी कर आरोपी अविकल उर्फ गोलू गजभिये पिता राधेलाल गजभिये, उम्र 28 साल, साकिन शंकरपुर, चिखली को पकड़ा गया। पुछताछ पर आरोपी अविकल उर्फ गोलू गजभिये ने घटना में शामिल होना बताया। पर्याप्त साक्ष्य सबुत पाये जाने से आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष ज्युडिशियल रिमांड पेश कर आदेशानुसार जेल दाखिल किया गया।
इसी प्रकार जिले मे गुंडा बदमाश वारंटियों के विरूद्ध लगातार अभियान चलाकर कार्यवाही किया जा रहा है। इसी दौरान क्षेत्र के आदतन बदमाश तुलसी शर्मा उर्फ छोटू पिता गणेश शर्मा, उम्र 24 साल, साकिन अटल आवास दीनदयाल नगर, चिखली को दबिश देकर पकड़ा गया, जिसके विरूद्ध मानननीय न्यायालय द्वारा मारपीट के मामले मे वारंट जारी किया गया। वारंट तामिल कर माननीय न्यायालय पेश कर आदेशानुसार जेल दाखिल किया गया।
उपरोक्त कार्यवाही में चौकी प्रभारी नरेश कुमार बंजारे, सउनि शत्रुघन टंडन, प्रधान आरक्षक समारूराम सर्पा, अरविंद साहू, आरक्षक सिंधु सिन्हा, देवेन्द्र, मिर्जा अशलम, मनोज जैन, अभिषेक बघेल, मोरध्वज एवं सायबर सेल आरक्षक आदित्य ठाकुर का महत्वपूर्ण योगदान एवं सराहनीय भूमिका रहा है।
