राजनांदगांव। निगम की लचर व्यवस्था को लेकर भाजयुमो जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि, 10 दिनों से शहर में सफाई व्यवस्था ठप्प पड़ी हुई है। इस स्थिति के लिए महापौर और एमआईसी भी जिम्मेदार है। 30 जून को सफाई ठेका खत्म होने के चलते 300 सफाई मजदूरों को काम से हटा दिया गया है। शहर में गंदगी बढ़ती जा रही है जिससे नागरिक परेशान हो रहे हैं। मोनू बहादुर ने कहा कि, इन सारी अव्यवस्थाओं से बचा जा सकता था। ऐसा तब नहीं होता जब महापौर परिषद समय पर फैसला लेती, समय पर उनकी बैठक होती.. एमआईसी को अपनी जिम्मेदारियां समझनी चाहिए थी। उन्होंने बैठक पूरे जून माह तक टालीं। इस महत्वपूर्ण काम में लेटलतीफी की गई। उस पर इस मामले में ये पहलू निकलकर सामने आना कि महापौर के निज सचिव ने एमआईसी के संकल्पपत्र से छेड़छाड़ की ये और भी संगीन है। इस मामले की शीघ्र जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि, अब यह विषय सिर्फ सफाई मजदूरों के रोजगार का ही नहीं बल्कि शहर की सफाई व्यवस्था का भी है। निगम प्रशासन इसमें उचित निर्णय लेते हुए आगे बढ़े और जल्द से जल्द इसका समुचित निराकरण सुनिश्चित करे। जिनके चलते यह स्थितियां बन रहीं हैं उन्हें जनसेवा के धर्म का ख्याल रखना चाहिए। आज शहर की डेढ़ लाख की आबादी निगम में अंतर्द्वंद्व, अकर्मण्यता का परिणाम भोग रही है जो कि कतई स्वीकार्य नहीं है।
