राजनांदगांव। पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकारवार्ता आयोजित कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश ठाकुर ने मोटर स्टार्टर में विस्फोटक लगाकर हत्या करने के सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी बिजली मिस्त्री है, लंबे समय से रंजिश रखने की वजह से वह वैष्णव परिवार को नुकसान पहुंचाने के ताक में था। जिसे मारने की नीयत से बोर के मोटर पंप में विस्फोटक का इस्तेमाल कर वह वैष्णव परिवार के व्यक्ति को मारने की मंशा रखता था, पर उस दिन जब उसके परिवार के लोगों के बजाय खेत में काम करने वाले मजदूर ने ही बोर पंप को स्टार्ट किया और भयानक विस्फोट के साथ उसकी मौत हो गई। मामले को लेकर डोंगरगांव पुलिस काफी पशोपेश में थी कि आखिर इस तरह की घटना के पीछे कौन है। पुलिस ने जांच कर आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई है। डोंगरगांव आरोपी कुमान कंवर, वैष्णव परिवार से पूर्व से रंजिश रखता था, जिसने वर्ष 2015 से ही अपने बांये हाथ मे गोदना से मेरा जानी दुश्मन संतोष, सतीश, पप्पु का छोटा भाई पूरा वैष्णव परिवार लिखा है और पूर्व में भी मामले दर्ज हैं जिसका आपराधिक रिकार्ड अपराध क्रमांक 276/2012 धारा-147, 148, 159, 186, 244, 341, 353, 332, 427, 506-बी, 307 भादंवि 3, 5 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम है।
घटना दिनांक 28 अप्रैल 2024 को सुबह लगभग 6.30 बजे से 7 बजे के बीच ग्राम जामसरार कला में सिंचाई मोटर पंप को स्टार्ट करने के दौरान वहां काम करने वाले मजदूर नरेश कुमार ओटी की ब्लॉस्ट से मौके पर मृत्यु हो गई, जिससे उसका चहेरा, सिर, हाथ क्षत-विक्षत हो गया। ब्लॉस्ट इतना जबरदस्त था कि मौके पर ढाई से तीन फीट गड्ढा बन गया व मृतक का शव करीब 26 फीट दूर जा गिरा। घटना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश ठाकुर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव, दिलीप सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन पर दुर्ग एफएसएल की टीम, सायबर सेल राजनांदगांव प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा की टीम एवं थाना प्रभारी डोंगरगांव निरीक्षक उपेन्द्र कुमार शाह के नेतृत्व में टीम गठित कर घटना स्थल का निरीक्षण करने व आरोपी की पतासाजी करने जुट गई। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना डोंगरगांव मे अज्ञात हत्यारा आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 104/24 धारा 302 भादंवि विस्फोटक पदार्थ अधि. की धारा 3, 5 अपराध कायम कर विवेचना मे लिया गया है। इस दौरान प्रार्थी से उसके फार्म में काम करने वाले मजदूरों व पूर्व रंजिश रखने वाले के संबंध में जानकारी ली गई, जो जामसरार गांव का कुमान कंवर का पूर्व से वैष्णव परिवार से रंजिश होना व बिजली मिस्त्री का काम करना व पूर्व अपराधिक रिकार्ड होना पाया गया। कुमान कंवर का वैष्णव परिवार के साथ छोटी-छोटी बातों पर पूर्व से विवाद होते रहा है। सन 2015 में संतोष वैष्णव के मां मनोरमा वैष्णव नगर पंचायत में खड़ी हुई थी तथा आरोपी की पत्नि जमुना बाई ग्राम जामसरार कला की पंचायत चुनाव लड़ी थी, इसी चुनावी माहौल में पूर्व में वैष्णव परिवार व आरोपी के मध्य वाद-विवाद हुआ था। पूर्व में आरोपी के पूर्वज के द्वारा पैतृक जमीन को वैष्णव परिवार को बेचा गया था, जिसका प्रकरण न्यायलय में विचाराधीन है। नवंबर-दिसबंर 2023 में सुनील वैष्णव उर्फ पप्पू के साथ फसल कटाई के संबंध में पुनः वाद-विवाद हुआ था, जिससे आरोपी के मन में वैष्णव परिवार के प्रति बदला लेने और आक्रोश की भावना आ गई थी। आरोपी पूर्व से बिजली इलेक्ट्रीश्यन का काम भली-भांति जानता है व बिजली विभाग में भी अस्थाई तौर पर ठेकेदारी में बिजली मिस्त्री का काम करता है। आरोपी के द्वारा पूर्व से ही दिवाली में फोड़ने वाला फटाका (बम) को लाकर अपने घर की बाड़ी में छोटा बम तैयार कर सेल बैट्ररी के माध्यम से फोड़ा था, जिसमें सफल रहा। धीरे-धीरे दीवाली के समय से अत्याधिक मात्रा में बम पटाखा का बारूद ईकठ्ठा कर कचरे के डिब्बे से एक प्लास्टिक का डिब्बा में बारूद भर कर वायर कनेक्शन कर बम तैयार कर अपने घर में छुपा कर पूर्व से रखा था। बम फोड़ने के लिये कनेक्शन के लिये बिजली दुकान से वायर पूर्व से खरीद कर रखा हुआ था। आरोपी जानता था की पानी मोटर को रोज सुबह सुनील वैष्णव आकर चालू करता है। केवल समय का इंतजार कर गड्डा खोद कर कनेक्शन करना शेष था। दिनांक 28 अप्रैल 2024 की रात्रि करीब डेढ़ बजे बेटी को डॉक्टर को दिखाकर व शादी से बेटी को लेकर पत्नि के साथ वापस ग्राम जामसरार आया तो देखा की संतोष वैष्णव का फार्म हाउस का लाईट बंद था। जिससे उसने अंधेरे में फार्म हाउस के अंदर जाकर जुगाड़ बम फिट करने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा। ऐसा तत्काल योजना बनाया। रात्रि करीब 2.30 बजे संतोष वैष्णव के फार्म हाउस जाकर देखा की सीढ़ी के नीचे बोर पंप का स्टार्टर लगा हुआ था। सीढ़ी के नीेच ही सब्बल रखा हुआ था, जिससे करीबर डेढ़ से दो फिट गढ्ढा खोदकर स्वयं के बनाया हुआ जुगाड़ बम प्लास्टिक डिब्बे को गढ्ढे के अंदर गाड़ कर मिट्टी और झिल्ली व बोरियों से ढक दिया। कनेक्शन बाहर निकाल कर मोटर पैनल से कनेक्ट कर दिया और घर में जाकर सो गया। दिनांक 28 अप्रैल 2024 को सुबह करीब 6.30 से 7 के बीच जब बाड़ी काम करने वाला मजदूर नरेश कुमार ओटी ग्राम मनेरी का रहने वाला जो मोटर स्टार्ट करने गया तो ब्लास्ट से नरेश की मौके पर मृत्यु हो गई।
आरोपी कुमार कंवर पूर्व में घटना दिनांक को ग्राम में व घटना स्थल में अपनी उपस्थिति न होने के कारण पुलिस को गुमराह करता रहा, परन्तु घटना स्थल निरीक्षण पर एफएसएल टीम व पुलिस टीम द्वारा मौके पर मोटर पंप पैनल कनेक्शन में उपयोग लाये गये अतिरिक्त कॉले रंग के एक एमएम के वायर जो विस्फोट में उपयोग किया गया था जिससे पुलिस को अहम सुराग मिला और उक्त वायर तलाशी पर कुमान कंवर के घर से बरामद किया गया, जो सख्ती से पुछताछ करने पर कुमान कंवर द्वारा घटना करना स्वीकार किया व पुरानी रंजिश के चलते सुनिल वैष्णव को मारने के लिये जुगाड़ बम फिट करना स्वीकार किया। आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायलय पेश जा रहा है।
उक्त हत्या के मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र कुमार, सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा, उप निरीक्षक लाभाराम धु्रव, सउनि ईश्वर प्रसाद यादव, सउनि देवकुमार रावटे, प्रधान आरक्षक भुपेन्द्र कौंचे, आरक्षक योगेश साहू, गौरव शेण्डे, सगनु निषाद, आशाराम धु्रव, राजेन्द्र नाविक, राकेश कुमार साहू, सायबर सेल से सउनि सुमन कर्ष, आरक्षक मनोज खंुटे, अमित सोनी, योगेश राठौर, हरीश ठाकुर, मनीष, आदित्य का विशेष योगदान रहा है।
