मोहला। स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी नक्सली साजिश को पुलिस ने नाकाम करते हुए बंडा पहाड़ में हुई मुठभेड़ में दो शीर्ष नक्सलियों को मार गिराया। संयुक्त अभियान में मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी पुलिस, कांकेर पुलिस और आईटीबीपी 27वीं वाहिनी के जवान शामिल रहे। मौके से इंसास रायफल, 303 रायफल, कारतूस, रेडियो और भारी मात्रा में दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई।
पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली स्वतंत्रता दिवस पर जिले में बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। एसपी यशपाल सिंह के निर्देशन और एसडीओपी प्रशांत कुमार सिंह पैकरा व डीएसपी ताजेश्वर दीवान के नेतृत्व में डीआरजी और आईटीबीपी की टीम बंडा पहाड़ रवाना हुई। घने जंगल और पहाड़ी इलाके में करीब पांच से छह घंटे तक की घेराबंदी और सर्चिंग के बाद शाम 5 बजे नक्सलियों ने पुलिस पर ऑटोमेटिक हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। आत्मसमर्पण की अपील के बावजूद गोलीबारी जारी रहने पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
मुठभेड़ खत्म होने पर मौके से दो नक्सलियों के शव बरामद हुए। उनकी पहचान डीकेएसजेडसीएम सदस्य विजय रेड्डी उर्फ सुगुलूरी चिनन्ना उर्फ नगन्ना उर्फ शंकर (60) निवासी आंध्र प्रदेश और डीवीसीएस सदस्य लोकेश सलामे उर्फ हरसिंग (35) निवासी आमाकोड़ो, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के रूप में हुई। विजय रेड्डी पर छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में 25-25 लाख, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 20-20 लाख का इनाम था, जो कुल 90 लाख रुपये होता है। वहीं, लोकेश सलामे पर छत्तीसगढ़ में 10 लाख और महाराष्ट्र में 16 लाख का इनाम घोषित था, कुल 26 लाख रुपये।
जिले में लंबे समय से सक्रिय इन दोनों नक्सलियों के खिलाफ हत्या, लूट, विस्फोट और पुलिस बल पर हमले सहित कई गंभीर अपराध दर्ज थे। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से नक्सल संगठन में हड़कंप मच गया है।
