मोहला। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिला मुख्यालय मोहला के गोंडवाना भवन में सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें क्षेत्र के छह हजार से अधिक लोग पारंपरिक वेशभूषा और सांस्कृतिक परिधानों में शामिल हुए।
पूर्वजों की पूजा-अर्चना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद गोंडवाना भवन से विशाल रैली निकाली गई, जो बस स्टैंड, लाल श्याम शाह महाराज की पूजा-अर्चना, फौव्वारा चौक होते हुए कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची। इस दौरान पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत और गूंजते नारों से माहौल जीवंत हो उठा। रैली में अवैध धर्मांतरण बंद करो, स्थानीय भर्ती करो, पेसा कानून लागू करो, फफर्जी जाति प्रमाण पत्र रद्द करो सहित 11 सूत्रीय मांगों के नारे लगाए गए।
कलेक्टर कार्यालय में समाज के प्रतिनिधियों ने 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा और चेतावनी दी कि यदि 15 अगस्त तक सामुदायिक वन अधिकार पत्रक जारी नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष संजीत ठाकुर ने कहा कि 2006 से यह दिवस बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि वन अधिकार अधिनियम का जिले में सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो रहा। पहले 22 में से 6 सामुदायिक वन अधिकार पत्रक दिए गए, बाद में वापस ले लिए गए, जबकि सभी 22 गांवों के प्रस्ताव डीएलसी में पारित हो चुके हैं।
जिला पंचायत सदस्य नरसिंह भंडारी ने इस आयोजन को आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए ऐतिहासिक बताया और फर्जी नियुक्तियों की जांच की मांग की। गोंड समाज ब्लॉक अध्यक्ष रमेश हिड़ामे ने कहा कि तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में जिले के युवाओं को रोजगार मिले, साथ ही अवैध धर्मांतरण की रोकथाम के लिए समाज को जागरूक होना होगा।
कार्यक्रम में विभिन्न छात्र-छात्राओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। पारंपरिक नृत्य, गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे आयोजन को जीवंत और उत्साहपूर्ण बना दिया।
