राजनांदगांव। भारतीय जनता पार्टी लोकसभा प्रत्याशी संतोष पांडे ने आज अपने जनसंपर्क दौरे में कहा कि कांग्रेस को वोट देना मतलब लोकतंत्र को कमजोर करना होगा, क्योंकि कांग्रेस की सोनिया और राहुल गांधी का परिवार देश को तोड़ने व बाटने में लगे हुए हैं। गांधी परिवार ने लोकतंत्र की पहली हत्या तब की जब सरदार वल्लभभाई पटेल और नेहरू के सार्वजनिक चयन में नेहरू को एकमात्र वोट मिला था, परंतु देश का दुर्भाग्य की नेहरू को प्रधानमंत्री बना दिया गया और जो लोग कांग्रेस में रहकर देश के लिए कुछ करना चाहते हैं, उन्हें सुनियोजित षड्यंत्र के तहत रास्ते से हटा दिया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की मृत्यु के बाद कांग्रेस मुख्यालय का गेट नहीं खोला गया था। अहमद पटेल, सोनिया गांधी ने यह कहते हुए गेट नहीं खोला कि चाबी गुम हो गई है। इतना ही नहीं, भारत रत्न नरसिम्हा राव के शव का अंतिम संस्कार दिल्ली में करने की इजाजत तक न मिली। हार कर हैदराबाद ले जाकर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इतना तुच्छ व्यवहार करने वाला यह परिवार किस मुंह से संस्कारों की बात करता है। सीताराम केसरी के साथ क्या हुआ था। तत्कालीन प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को विदेश में साजिश के तहत मारा गया था और उनके शव का बगैर पोस्टमॉर्टम किए अंतिम संस्कार कर दिया गया। आखिर, पोस्टमॉर्टम से किसे डर लग रहा था। देश को सच्चाई जानने से क्यों रोका गया। लालबहादुर शास्त्री जिंदा होते तो भारत की तस्वीर अलग होती। भ्रष्टाचारियों और दलालों पर लगाम लग जाती। सबसे बड़ी नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री न बनती। इस सबने साजिश के तहत शास्त्री जी को मौत की जांच नहीं होने दिया। देश का एक प्रधानमंत्री विदेश में साजिश के तहत मारा जाता है और लोग चुप्पी साध लेते हैं, जैसे कुछ हुआ ही न हो। 1962 में चीन से बुरी हार, नेहरू की मृत्यु और शास्त्री जी का प्रधानमंत्री बनना। अमेरिका से मिले अत्याधुनिक हथियारों के दम पर पाकिस्तान ने चीन की शह पर भारत पर आक्रमण किया था, लेकिन ठिगने कद के शास्त्री जी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को छठी का दूध याद करा दिया। भारतीय सेना लाहौर तक पहुंच गई थी। शास्त्री जी के निजी चिकित्सक की दिल्ली के करनाल बाइपास में ट्रक से कुचलकर हत्या कर दी गई, ताकि वो इसका खुलासा न कर दें। वो प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए शास्त्री जी की आकस्मिक मृत्यु का खुलासा करना चाहते थे। 1975-1977 में राजनारायण की अध्यक्षता में शास्त्री जी की आकस्मिक मृत्यु के संबंध में जांच आयोग का गठन किया गया, जिसकी रिपोर्ट राज्यसभा जैसे अति सुरक्षित जगह से गायब कर दी गई। आरटीआई से प्राप्त सूचना में यह जानकारी हासिल हुई। शास्त्री जी की मृत्यु संदेहास्पद रही है और बगैर पोस्टमॉर्टम शव का अंतिम संस्कार किया जाना अपने आम में संदेह पैदा करता है। इन लोगों ने सुभाषचंद्र बोस को जीते जी मार दिया था। हाल ही में अमेरिका की नामी हस्तलिपि की जांच करने वाली एक एजेंसी ने बताया है कि दरअसल, गुमनामी बाबा ही सुभाषचंद्र बोस थे। संतोष पांडे ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु भी संदेहों के घेरे में रही है। वे कश्मीर में एक देश एक झंडा के संबंध में आंदोलनरत थे। इसी तरह कांग्रेस जमाने के रेल मंत्री ललित नाराण मिश्र को समस्तीपुर में बम मार कर हत्या कर दी गई। बिडंवना देखिए कि रेल मंत्री को बम मारे जाने के बाद जिस ट्रेन से पटना ले जाया गया, वह शंटिंग में ही 1.30 घंटे खड़ी रही और रोक-रोक कर पटना ले जाया गया। दानापुर में मृत्यु हो जाने पर उन्हें उतार लिया गया, जबकि समस्तीपुर से दरभंगा मेडिकल कॉलेज की दूरी मात्र 30 मिनट की है। एक रेल मंत्री को इस तरह से दर्दनाक मौत साजिश के तहत हुई। सीबीआई ने 37 सालों तक जांच के नाम पर नौटंकी की और अंत में 4 आनंदमार्गियों को फंसा दिया, जिनका इससे कुछ लेना-देना नहीं था।
श्री पांडे ने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने देश में भ्रष्टाचार और परिवारवाद की नींव डाली और उसे सिंचित किया। देश के पहले घोटाला-जीप घोटाला के आरोपी को नेहरू ने रक्षा मंत्री बना दिया। इसका नतीजा चीन से बुरी हार मिली। नेहरू के भ्रष्टाचार के पौधे को इंदिरा ने खूब सिंचित किया और इसे सरकारी मुहर लगा दी। राजीव गांधी ने भोपाल गैस कांड के आरोपी वारेन एंडरसन को सुरक्षित देश से भगा दिया तो बोफोर्स कांड के आरोपी ओट्टावियो मत्रोच्चि को प्रत्यार्पण से लेकर सजा से न सिर्फ बचाया, बल्कि ब्रिटेन के बैंक में जब्त रकम भी निकालने की छूट दे दी।
श्री संतोष पांडे ने कहा कि जो कांग्रेसी एवं तथाकथित ऐसी मानसिकता के लोग यह सोचते हैं कि मेरे एक वोट देने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा तो उन्हें यह भ्रम नहीं पालना चाहिए, कांग्रेस को दिया गया एक वोट ऐसे गांधी परिवार को मजबूत करेगा जिन्होंने देश को तोड़ने का लगातार षड्यंत्र किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस बार का चुनाव अपने आप में विशिष्ट है जो देश की तकदीर को तय करने जा रहा है इसलिए गांधी परिवार के इतिहास और भारत के भविष्य को देखते हुए आपका वोट बहुत कीमती है। उन्होंने कहा की वोट जरूर दें कमल फूल छाप का बटन दबाए। तभी देश प्रगति की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकेगा।
भाजपा मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार श्री पांडे ने लालबहादूर नगर मंडल के अंतर्गत मुँदगाँव, रेंगाकठेरा, डुंडेरा, खल्लारी, बड़े मुड़पार, जामरी, छोटे मुड़पार, मुरमुंदा, राका, चिद्दो, कल्याणपुर, गाजमर्रा, भोथली, बिच्छीटोला, सेंदरी, ठाकुरटोला, मड़ियान, झिंझारी, खुबाटोला, मक्काटोला, गोविंदपुर व झंडातालाब आदि ग्रामों में जनसम्पर्क कर चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान श्री पांडे का ग्रामों में अभूतपूर्व स्वागत हुआ। आम लोग उन्हें सुनने पहले से मौजूद रहें। श्री पांडे ने महतारी सम्मान कार्यक्रम के तहत सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं को श्रीफल भेंटकर नारी शक्ति को नमन कर उनका सम्मान किया।
