राजनांदगांव। जिले में पहली बार सभी महिलाओं ने एक स्वर और एक मत पर एक बीड़ा उठाया है, जिसके तहत स्कूल की बच्चियों और कॉलेज की लड़कियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि लड़कियां अपनी सुरक्षा कर सकें और अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों और दुराचारों के खिलाफ आवाज उठा सकें।
आज के समय में महिलाओं और छोटी बच्चियों पर हो रहे अत्याचारों पर अंकुश लगाना बेहद आवश्यक हो गया है। इसी उद्देश्य से राजनांदगांव की महिलाओं ने इस मुहिम को शुरू किया है, जिससे हर लड़की खुद को सुरक्षित महसूस कर सके और समाज में हो रहे अन्याय के खिलाफ मजबूती से खड़ी हो सके।
इस पहल में शहर की कई संस्थाओं और संगठनों का सहयोग मिल रहा है, जो विभिन्न प्रकार के आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। राजनांदगांव की महिलाओं का यह कदम समाज में जागरूकता लाने के साथ ही बेटियों को एक नया आत्मविश्वास देने का काम करेगा।
इस मुहिम के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर लड़की को अपनी सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाए, ताकि वह किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में अपने आप को कमजोर महसूस न करे और समाज में बिना किसी भय के खुलकर जी सके।
