राजनांदगांव। स्थानीय दिगंबर जैन मंदिर, गंज लाइन में विराजमान दिगंबर मुनि श्री आगम सागर जी एवं मुनि श्री पुनीत सागर जी महाराज जी का गुरु उपकार दिवस (दीक्षा दिवस) को पूरे जैन समाज ने सानंद हर्षोल्लास के साथ आचार्य गुरुवर समाधिष्ठ सम्राट 108 श्री विद्यासागर जी महाराज एवं आचार्य श्रेष्ठ 108 श्री समय सागर जी महाराज की पूजन भक्ति करते हुए मनाया।
दिगंबर जैन समाज के सूर्यकांत जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि तिथि अनुसार आज 10 अगस्त को मुनिश्रेष्ठ आगम सागर जी महाराज एवं पुनीत सागर जी महाराज का 21वां दीक्षा दिवस है और उन्होंने कहा कि राजनांदगांव में दिगंबर जैन समाज में बहुत सालों बाद किसी मुनि का चातुर्मास होने का सौभाग्य मिला है। जैन समाज को यह सौभाग्य आचार्य श्रेष्ठ समयसागर महाराज के आशीर्वाद से राजनांदगांव को श्रेष्ठ मुनि आगम सागर जी महाराज मुनि श्री पुनीत सागर जी महाराज के एवं एलक श्री धैर्य सागर जी महाराज जी का पावन वर्षा योग चातुर्मास का लाभ मिला है और इस बीच हम सभी को उनके गुरु उपकार दिवस (दीक्षा दिवस) मनाने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है।
सूर्यकांत जैन ने बताया कि आज प्रातः जब मुनि श्री सुबह अपने प्रतिक्रमण नृत्य क्रिया आदि करने के पश्चात जैसे ही अपने कक्ष से निकले तो समाज के युवा साथियों ने लखोली नाका एवं गंज चौक एवं जैन मंदिर के सामने गंज लाइन आदि स्थानों पर मंच बनाकर गुरुवर का पाद प्रक्षालन दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष अशोक झंझरी, पीसी जैन, सचिव रविकांत जैन, चातुर्मास समिति के अध्यक्ष अनिल बड़कुल, प्रकाशचंद जैन (पप्पू भैया), शरद जैन, पंकज निक्की जैन, रानू जैन की अगुवाई में क्रमशः आदर्श जैन महिला मंडल, जैन बालिका मंडल एवं जैन श्रमण संघ, नवयुवक मंडल ने किया। साथ ही जैन समाज के सभी घरों में आज रंगोली सजाई गई एवं समाज के बालिका मंडल द्वारा दीक्षा दिवस पर मनमोहन नृत्य द्वारा दीक्षा के महत्व को प्रदर्शित किया गया। इसके पश्चात आज ही के दिन राजनांदगांव के मूल लायक भगवान 1008 श्री नेमिनाथ जी का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव मनाया गया। भगवान श्री नेमिनाथ का तप एवं जन्म कल्याणक महोत्सव में भगवान का महामास्ताभिषेक एवं शांति धारा मुनि श्री आगम सागर महाराज जी के मुखारविंद से करवाई गई, जिसमें सौधर्म इंद्र बनकर मंदिर नव निर्माण समिति के अध्यक्ष पीसी जैन दुर्ग से पधारे पवन जैन, मनोज सिद्धार्थ जैन, दीपक आरती जैन ने विशिष्ट पात्र बनकर भगवान की अभिषेक एवं शांति धारा का धर्म लाभ लिया। इसके पश्चात समाज के सभी पुरुष वर्ग ने भगवान नेमिनाथ का अभिषेक पूजन किया। सूर्यकांत जैन ने बताया कि इसके पश्चात आचार्य भगवन विद्यासागर महाराज जी की पूजन पूरे सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ जैन समाज की महिलाओं, बालिकाओं की धार्मिक प्रस्तुति के साथ की गई, इसके पश्चात श्री आगम सागर जी महाराज के प्रवचन सुनने का सौभाग्य सभी को प्राप्त हुआ।
उन्होंने अपने आज के मंगल प्रवचन में कहा कि हमारे गुरु ने हमें अपना दिगंबर स्वरूप देकर हमें भी मोक्ष मार्ग पर चलने की राह दिखा कर हमारे जीवन को सार्थक कर दिया। हमारे जीवन का एक ही उद्देश्य गुरु के बताए मार्ग पर चलते हुए पूरा जीवन उनकी कही हुई बातों को पूरा करने में लगा दें मुनि श्री आगम सागर जी महाराज ने आज गुरु उपकार दिवस पर कहा कि आचार्य भगवन विद्यासागर ने हमें अपना समझने से भी ज्यादा दिगंबर स्वरूप प्रदान कर अपने में मिला लिया। यह कहते हुए वह अपने गुरु को याद कर भाव विह्वल हो गए, इसके पश्चात आज शाम को भगवान नेमिनाथ एवं आचार्य विद्यासागर जी महाराज एवं आचार्य समय सागर जी महाराज की महा आरती नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित की गई, जिसमें समाज की श्रीमती टीना जैन ने अपनी सुमधुर आवाज से सभी उपस्थितजन समुदाय को भगवान नेमिनाथ की भक्ति में डुबो के रखा। इसके पश्चात सभी उपस्थित जनों को मुनि श्री आगम सागर जी महाराज एवं पुनीत सागर जी महाराज जी की दीक्षा को लेकर धर्म प्रभावना के लिए एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म गुरु भक्त चंद्रकांत जैन के सहयोग से बनाई गई, जिसका प्रस्तुतिकरण जैन धर्म की वैराग्य की महिमा को जन-जन तक पहुंचाने एवं धर्म प्रभावना के लिए किया गया। उक्त संपूर्ण कार्यक्रम एलक श्री धैर्य सागर जी महाराज के मार्गदर्शन में सानंद संपन्न हुआ।