राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज दिग्विजय स्टेडियम राजनांदगांव में दो दिवसीय राज्य स्तरीय इन्सपायर प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता 2022-23 का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने दिग्विजय स्टेडियम परिसर में इंस्पायर अवार्ड मानक राज्य स्तरीय प्रदर्शनी 2022-23 का अवलोकन किया और सराहना की। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि इंस्पायर अवार्ड मानक राज्य स्तरीय प्रदर्शनी 2022-23 राजनांदगांव जिले में आयोजित हो रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के 28 जिलों से 216 प्रतिभागी तथा मार्गदर्शक शिक्षक अपने प्रादर्शों का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों का स्वागत किया तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय इन्सपायर प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में बच्चों ने एक से बढ़कर एक मॉडल प्रदर्शित किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों ने बहुत खुबसूरत मॉडल बनाया है। बाल वैज्ञानिकों ने समाज की समस्याओं को देखकर उसका समाधान निकालने की कोशिश की है। उन्होंने जो पढ़ा है उसे प्रेक्टिकल के रूप में प्रदर्शित किया है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों ने बहुत अच्छा मॉडल बनाया है, मॉडल देखकर चयनित करना बहुत मुश्किल है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों का मॉडल चयन नहीं होता है उन बच्चों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उनको और बेहतर करने की कोशिश करना है। उन्होंने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत शासन, स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन, राष्ट्रीय नवप्रवर्तन फाउंडेशन के मार्गदर्शन में जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर यह प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। यह बाल वैज्ञानिकों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अच्छा अवसर एवं प्लेटफार्म है। उन्होंने सभी बाल वैज्ञानिकों को शिक्षकों से मार्गदर्शन सतत मिलने की बात कही।
सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी इस प्रदर्शनी से बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे, क्योंकि जो जितना अभाव में होता है उसके दिमाग में उतनी ही नवप्रवर्तन विचार विकसित होते हैं। उन्होंने कहा कि शासकीय विद्यालयों से अधिकांश बच्चे प्रतिभागियों के रूप में सम्मिलित हुए है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा कृषि कार्य को आसान करने के लिए बहुत अच्छे-अच्छे मॉडल प्रस्तुत किया है। उन्होंने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं एवं उज्जवल भविष्य की कामना की। जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने बताया कि इंस्पायर अवार्ड मानक नीति आयोग की एक योजना है जिसमें कक्षा 6वीं से कक्षा 10वीं तक के छात्र-छात्राएं अपने आइडिया इंस्पायर पोर्टल में अपलोड करते हैं। जिन प्रतिभागियों के आइडिया चयनित होते है उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत शासन द्वारा 10 हजार रूपए का अवार्ड दिया जाता है, जिससे प्रतिभागी अपने आइडिया को प्रोटोटाईप रूप में बनाकर प्रतियोगिता में प्रदर्शित करते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर एक लाख प्रतिभागियों के आइडिया को चयनित कर अवार्ड देने का प्रावधान है जो कि कुल पंजीयन का 10 प्रतिशत होता है। एवार्डेड विद्यार्थी जिला स्तर एवं राज्य स्तर से चयनित होकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनी में भाग लेते हैं। राष्ट्रीय स्तर के प्रदर्शनी से 60 छात्रों के आइडिया को चयनित किया जाता है। यह 60 प्रतिभागी राष्ट्रपति भवन में आयोजित प्रदर्शनी में भाग लेते है तथा साकुरा प्रोग्राम के तहत इन्हें जापान जाने का भी अवसर प्राप्त होता है।
उल्लेखनीय है कि इन्सपायर प्रदर्शनी में रूचिकर मॉडल प्रदर्शित किये गये। जीवन को आसान बनाने के लिए बच्चों ने अपनी वैज्ञानिक सोच एवं प्रतिभा के माध्यम से अपने आईडिया को प्रदर्शित किया है। प्रदर्शनी में बालोद जिले के ग्राम देवरी द के विद्यार्थी ने दिव्यांगों के लिए आटोमेटिक व्हीलचेर का मॉडल प्रस्तुत किया। यह दिव्यांजनों के लिए बहुत आसान एवं सुविधाजनक है। कलेक्टर ने इस मॉडल को देखकर तारीफ की। इसी तरह धमतरी जिले से आई नंदनी सोनवानी ने बहुत ही छोटी मशीन से दोना बनाने का तरीका बताया। बलौदाबाजार के गगनदास मानिकपुरी ने बहुत ही आसानी से सुई में धागा डालने का सरल तरीका वाला मॉडल प्रस्तुत किया। दुर्ग जिले की माधुरी साहू ने गैस स्टोव सेफ्टी एवं एलपीजी कन्जरवेशन का मॉडल प्रदर्शित किया। जिससे खाना बनाते समय सुरक्षा और ईधन की बचत के लिए मॉडल प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सहायक संचालक आदित्य खरे, परियोजना अधिकारी श्रीमती रश्मि सिंह सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक एवं प्रतिभागी विद्यार्थी उपस्थित थे।