खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ का नैक टीम द्वारा विजिट में सी रैंक दिए जाने का मामला थमा नहीं है, कि एक और मामला सामने आ गया। छुईखदान के राष्ट्रपति पुरुष्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक बीआर यादव ने विवि के कुलपति ममता चंद्राकर पर फर्जी नौकरी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि राजभवन द्वारा जारी विज्ञापनों के अनुसार कुलपति पद पर नियुक्त होने वाला व्यक्ति अकादमिक तथा संबंधित के पास प्राध्यापक प्रोफेसर पद पर 10 वर्षों का कार्यानुभव का होना आवश्यक है, लेकिन ममता के पास एक दिन का भी अनुभव नहीं है। कुलपति मोक्षदा चंद्राकर की नियुक्ति असंवैधानिक है, उनका कार्यकाल 2 दिसंबर 2023 तक समाप्त हो गया है उसके बाद भी इसका एक्सटेंशन नहीं हुआ है। पहले इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय को वर्ग की मान्यता थी, पर अब वह ब वर्ग हो गया है।। इस स्थिति में बाहर से बच्चे कैसे आएंगे, क्योंकि उसकी रेटिंग गिर गई है। ये सब कुलपति के कारण हुआ है।
बीआर यादव ने जनसूचना अधिकारी इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय को सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत 4 जनवरी 2024 को आवेदन प्रस्तुत कर जानकारी मांगी गई थी, लेकिन जनसूचना अधिकारी ने सूचना का अधिकार अधिनियम का अवहेलना करते हुए जानकारी नहीं दिया। हम चार बार उनको हटाने के लिए अपना आपत्ति प्रस्तुत कर लिये है, उसके बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जिसके कारण हम अनसन में बैठे हैं, जब तक मांग पूरा नहीं होगा तब तक यह जारी रहेगा।