श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के प्रबंधन द्वारा स्वयं स्कूल परिसर से ही विभिन्न कक्षाओं मे अध्यनरत विद्यार्थियों को पुस्तक, नोट बुक, यूनिफॉर्म, ऐप आदि अधिकतम मूल्य पर विक्रय किये जाने पर डीईओ मौन क्यों?

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रायपुर। श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल द्वारा बच्चों की सुरक्षा को नजर अंदाज करते हुए निर्माणाधीन भवन मे ही पिछले एक वर्ष से स्कूल का संचालन रायगढ़ शहर में किया जा रहा है। साथ ही इस शिक्षा रूपी संस्था को व्यवसायिक रूप में परिवर्तित कर श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के प्रबंधन द्वारा स्वयं स्कूल परिसर से ही विभिन्न कक्षाओं में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को पुस्तक, नोट बुक, यूनिफॉर्म, ऐप आदि अधिकतम मूल्य पर विक्रय किया जा रहा है। किसी भी स्कूल द्वारा अपने परिसर से स्वयं अध्यनरत छात्र-छात्राओं को पुस्तक, नोट बुक, स्कूल यूनिफॉर्म आदि के विक्रय करने का कोई प्रावधान नहीं है, इसके बावजूद भी डीईओ मौन क्यों? क्यों अभी तक डीईओ ने कार्यवाही नहीं की। श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के प्रबंधन द्वारा विभिन्न कक्षाओं मे सीबीएसई एफिलिएटेड की जो पुस्तक, नोट बुक, पाठ्यक्रम लगाई गई है, उन पुस्तक, नोट बुक को उनके द्वारा रायगढ़ जिले मे स्थित अन्य सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूल के पाठ्यक्रम की तुलना में स्वयं अपने स्कूल परिसर से महंगे और बहुत अंतराल मूल्यों मे अध्यनरत छात्र-छात्राओ को विक्रय किया जा रहा है, जो स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है, वहीं श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के प्रबंधन द्वारा इस शिक्षा रूपी संस्था को व्यवसायिक रूप मे परिवर्तित कर रखा है। श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के प्रबंधन द्वारा हाल ही मे शैक्षणिक वर्ष 2024-25 मे एक एप इन्फिनिटी मेटा के नाम से पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। प्रबंधन द्वारा इस एप पर विभिन्न कक्षाओं मे अध्यनरत छात्र-छात्राओ से लगभग रूपये 1200 से 1500 तक अनावश्यक वसुल किया जा रहा है! रायगढ़ जिले मे स्थित अन्य सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूल की तुलना में श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के विभिन्न कक्षाओं के वार्षिक फीस बहुत ही ज्यादा है और इतनी वार्षिक फीस होने के बावजूद इनके द्वारा उतनी सुविधा अध्यनरत छात्र-छात्राओं को पिछले एक वर्षो से नहीं दिया जा रहा है। श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल की इन हरकतों की सूचना लिखित में डीईओ के साथ साथ मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन, शिक्षा मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, सचिव छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग, डीपीआई रायपुर को भेजी गई है।

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